कोलकाता देश की ऐसी जगह जहां देह व्यापार सबसे बड़े स्तर पर चलता है। कोलकाता के सोनागंछि के सेक्स वर्कस् ग्राहकों के बीच नशे के प्रयोग को लेकर जागरूक अभियान चलाने जा रहे है। दरबार महिला सामान्य समिति अध्यक्ष भारती ने बताया कि एक लंबे समय से हमारा एनजीओ पिछले कुछ समय से ग्राहक और सेक्स वर्कस् के बीच एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता फैला रहे है। लेकिन अब हमारी संस्था ने निर्णय लिया है कि ग्राहक और सेक्स वर्कस् के बीच इस्तेमाल होने वाले नशे के बारे में एक जागरूकता अभियान शुरू किया जाए। ताकि ग्राहक और सेक्स वर्कस् इनके बारे में जाने। एनजीओ पश्चिम बंगाल 1,30,000 सेक्स वर्कस् के बीच विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से काम कर रहा है। विश्व नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ दिवस पर लोगों के बीच इसको लेकर जागरूकता फैले। इसके साथ ही भारती ने बताया कि संतरागाछि के ज्यादातर सेक्स वर्कस् नशे के आदि नहीं है। लेकिन इस बात से भी नहीं इंकार नहीं किया जा सकता कि कुछ इसमें शामिल भी हैं। लेकिन ग्राहकों के बीच में इसका प्रयोग कम हो इसके लिये यहां लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा हैं। इस बारे में चिकित्सक प्रोमित राय जो कि सोनागांछि के सेक्स वर्कस् का सेहत संबंधी चीजों को देखते है, ने बताया ग्राहक नशा में इतने ज्यादा धूत होते है कि वर्कस् को असुरक्षित सेक्स के लिये मजबूर करते हैं। नशा में सबसे ज्यादा ब्राउन शुगर और हीराईन का इस्तेमाल करते है और सुरक्षित सेक्स से एचआईवी सबसे ज्यादा होता है।इसके साथ ही राय ने बताया कि रेट लाइट एरिया के बच्चें भी बहुत छोटी ही उम्र में ही नशे वाली दवाईयों का सेवन करने लग जाते हैं। इसके साथ ही जहां तक रेट लाइट एरिया में एचआईवी का सवाल है तो हमने पाया कि सूई द्वारा नशे करने के एचआईवी नहीं होता है।
स्वदेशी उपचार
June 5, 2017 at 4:57 pm
अच्छी खबर है , एसा होना जरुरी भी था |